ये जीवन है साहब
। ये जीवन है .. साहब । *ये जीवन है... साहब..* *उलझेंगे नहीं,* *तो सुलझेंगे कैस…
। ये जीवन है .. साहब । *ये जीवन है... साहब..* *उलझेंगे नहीं,* *तो सुलझेंगे कैस…
*नेत्र हमें केवल दृष्टि प्रदान करते हैं* *परंतु हम कब किसमें क्या देखते हैं य…